Tuesday, July 2, 2013




































वृंदावन:' म'' अक्षर 3,10 और 13 को सृष्टि में प्रक्षेपित 
करने वाले भविष्यवक्ता पंडित ब्रह्मर्षि सागर तिवारी ने घोषणा की है कि अभी नेहरू गांधी परिवार म अक्षर और 3,10 और 13 केश्राप से मुक्ति नहीं है नेहरू गांधी परिवार के शासन   के एक युग का अंत हो चुका है और अब जो कोर्इ्र सदस्य इस परिवार से देश  का प्रधानमंत्री बनेगां। उससे पहले देश  की राजनीति में उथल पुथल मच उठेगी और एक ऐसा भूचाल आएगा कि उसमें कई नेताओं का अस्तित्व खतरे में पड जाएगा। उनको अपने प्राणों की आहूति भी देनी पड सकती है और इसका खामियाजा समर्थन देने वालों दलों को को भुगतना पडेगा,
नेहरू गांधी परिवार का कोई भी सदस्य जब भी देश  का प्राधानमंत्री बनेगा तो इससे पहले भारत में राजनीतिक उथल पुथल व भारी विनाष होगा; इस घटना में प्राकृतिक आपदाए, भूंकप, सुनामी, हत्याए एवं दुर्घटनाएं षामिल है;। प्रकृति किसी भी सूरत मंे नर बलि लेगी। यह घटना समर्थन देने वाले दलों पर पर भी घटित हो सकती है।,घटना म अक्षर 3,10 और 13 के प्रहार से होगीं।
 भविष्यवक्ता पंडित ब्रह्मर्षि सागर तिवारी ने खुलासा किया कि भारत और पाकस्तिान के बंटवारे में खून की नदियां बहीं और बारह लाख से अधिक लोगों का कत्ल हो गया, तब कहीं जाकर पंडित जवाहर लाल नेहरू देश  के पहले प्रधानमंत्री बने,। पंडित जवाहर लाल नेहरू ने तिकडम और राजनीति चाल से भले ही देश    का राजा बन गया हो, लेकिन साथ ही एक कलंक भी इस परिवार के इतिहास में जोड दिया गया, वह यह था कि मोहम्मद अली जिन्ना पाकिस्तान को मुस्लिम राष्ट्र घोषित कराने में सफल हो गए, लेकिन जवाहर लाल नेहरू स्वार्थ की राजनीति में फंस कर भारत को हिंदू राष्ट्र घोषित नहीं कर सके; उसी का परिणाम है कि जनता भुगत रही और नेहरू गांाधी परिवार को एक के बाद एक झटके लगते रहेंगें।
भविष्यवक्ता पंडित ब्रह्मर्षि सागर तिवारी ने म अक्षर और 3,10 और 13 को स्पष्ट करते हुआ बताया है कि 13 का योग चार  है, 22, 31, 40 आदि का भी योग चार है, वर्ष 1984 का योग 22 होने से चार है, 31 अक्टूबर 1984 को इन्दिरा के अंगरक्षकों ने 13 गोलिया मारी थी, इसी के साथ ही सिक्खांें का नरसंहार षुरू हो गया, हालात ये हो गए थे कि एक तरफ इन्दिरा का
शव पड हुआ था तो दूसरी तरफ बेटा राजीव गांधी मां के स्थान पर प्रधानमंत्री पद की षपथ ले रहे थे; तीसरी तरफ देश  भर में सिक्खों को लूटा जा रहा था; लूटपाट के इस दौर में मां बहनों की इज्जत तक लूटी गई और समाज इन तमाषों को मौन होकर देखता रहा, घटनाएं गवाह हैं कि 21 मई 1991 को राजीव गांधी की भी हत्या हो गई, हत्या में म अक्षर और 3,10 और 13 की ही अहम भूमिका रही; श्री गांधी म नामधारी मद्रास राज्य के  निकटएक रैली के संबोधन में गए थे, जहां म अक्षर प्रभावी महिला माला मानव बम के प्रयोग से मई माह में मंच पर एक विशाल मैदान में माला पहनाते हुए दसवीं लोकसभा चुनाव के दौरान रात दस बजकर दस मिनट और दस सेंकेंड पर राजीव गांधी की अकाल मृत्यु के साथ ही दस जनपथ  शोक में डूब गया था, इस प्रकार म अक्षर 3,10 और 13 के रचे विधान से नेहरू गांधी परिवार के शासन के एक  युग का अंत और कांग्रेस का देश  की राजनीति से वर्चस्व समाप्त  हो गया। सोनिया गांधी को 13 साल तक राजनीतिक वनवास भोगना पडा।
भविष्यवक्ता पंडित ब्रह्मर्षि सागर तिवारी ने स्पष्ट करते हुए बातया कि इस घटना के तेरहवें वर्ष में 13 मई 2004 को अटल बिहारी वाजपेयी के सत्ता से बाहर होने के बाद अंग्रेजी के 13 अक्षर वाले मनमोहन सिंह और 10 जनपथ निवासी सोनिया गांधी ने भारत की बागडोर थामी,  , इन हस्तियों ने   म  मंदी और महंगाई को केंद्र बनाकर एक बार फिर सोनिया गांधी और कांग्रेस को अपनी चपेट में ले लिया है,
भविष्यवक्ता पंडित ब्रह्मर्षि सागर तिवारी स्पष्ट करते हुए कहते है कि मई 2009 में कांग्रेस ने 10 वें बर्ष  
शासन की कमान जो थामी   कांग्रेस और सोनिया गांधी के लिए भ नहीं है, क्योंकि इस 10 वें वर्ष का मनमोहन सिंह और सोनिया गांधी का कार्यकाल के तार 10 वीं लोकसभा चुनाव से जुडे हैं, जिसमें राजीव गांधी की हत्या हुई थी। इस रहस्य को समझा नहीं गया तो आगामी चुनाव के बाद सोनिया गांधी या राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री बनने का प्रयास किया तो प्रकृति देश  में अपना बडा खेल खेल कर घटना दुर्घटनाओं का नया दौर शुरू कर देगी, इसकी चपेट में नेहरू गांधी परिवार भी आ सकता है, इतना ही नहीं जो दल इनका समर्थन करेगा उस पर भी मुसीबत का पहाड टूटने का क्रम  हो जाएगा, म नामधारी मुलायम सिंह, मार्क्सवादी पार्टी ने कांग्रेस को समर्थन दिया था, जिसके परिणाम सामने है यदि कांग्रेस ने राष्ट्र हित में काम किया तो समर्थन देने वालो दलों पर बुरा प्रभाव नहीं पडेगा अंत में भविष्यवक्ता पंडित ब्रह्मर्षि सागर तिवारी स्पष्ट करते हुए सनसनी खेज भविष्यवाणी की कि तीन घटनाओं को अंजाम देने के बाद म अक्षर 3, 10 और 13 का एक कालचक्र पूरा होता है, संजय गांधी, इन्दिरा गाधी और राजीव गांधी तीन हस्तियों की अकाल मौत के बाद म अक्षर 3, 10 और 13 का एक कालचक्र पूरा हो चुका है, ऐसे मे सोनिया गांधी और राहुल गांधी ने ं आगामी चुनाव के बाद प्रधानमंत्री की कुर्सी पर निगाह लगाई तो  म अक्षर का दूसरा दौर शुरू  होगा तो उसका अंत तीन घटनाओं के बाद ही होगा ये तीन घटनाएं कांग्रेस को समर्थन देने वाले दलो पर भी हो सकती हैं।




                         गांधी की हत्या से तीन साल पहले ही कर   दी थी भविष्यवक्ता पंडित ब्रह्मर्षि सागर तिवारी भविष्यवाणी 

 - महाभारत के संजय की तरह     
आज भी देख रहे ब्रह्मर्षि विनाषलीला को


वृंदावन: दुनिया भर के ज्योतिषी बीस साल तक राजीव गांधी के प्रधानमंत्री बनने की घोषणा बढचढ कर रहे थे तब अकेले भविष्यवक्ता पंडित ब्रह्मर्षि सागर तिवारी ने भविष्यवाणी की थी कि राजीव गांाधी दुबारा प्रधानमंत्री नहीं बन पाएंगे, साथ ही यह भी कहा था यात्रा के दौरान विस्फोटक पदार्थ से उनकी मौत होगी घटना के समय उनके परिवार का कोई भी सदस्य साथ नहीं होगा इस कार्य में म अक्षर और 10 की भूमिका अहम होगी उपरोक्त सभी घटनाएं इस भविष्यवाणी को सत्य साबित करती है,






प्रकृति के दसवें प्रहार से हुई राजीव गांधी की हत्या 

वृंदावन: वर्ष 1990 से 20 मई 1991 तक अखबार के माध्यम से कांग्रेस को कई बार भविष्यवक्ता पंडित ब्रह्मर्षि सागर तिवारी ने आगाह किया था कि राजीव गांधी पुनः प्रधानमंत्री नहीं बन पाएंगे, यात्रा के दौरान विस्फोटक पदार्थ से उनकी मौत होगी और मौत के समय उनके परिवार कोई भी सदस्य साथ नहीं होगा, इस दुखद घटना में अक्षर और 10 की भूमिका अहम होगी, इसका उदाहरण 21 मई 1991 को राजीव गांधी की भी हत्या हो गई, हत्या में म अक्षर और 3,10 और 13 की ही अहम भूमिका रही; श्री गांधी म नामधारी मद्रास षहर क्े निकट एक रैली के संबोधन में गए थे, जहां वे म अक्षर प्रभावी महिला माला मानव बम के प्रयोग से मई माह में मंच पर एक विषाल मैदान में माला पहनाते हुए दसवीं लोकसभा चुनाव के दौरान रात दस बजकर दस मिनट और दस सेंकेंड पर राजीव गांधी की अकाल मृत्यु हो गई राजीव गांधी की मौत की तिथि 21 05 1991 का योग 28 का योग 10 ही हैः 37 साल की आयु में राजीव गांधी राजनीति में आए; इसका भी योग 10 है और 46 साल पूरे होते ही उनकी मौत हो गई और इसका भी योग 10 है







दस व्यक्तियों के षरीर के टुकडों से बनी दस लाष
वृंदावन: विस्फोट में राजीव गांधी के अलावा दस लोग और मारे गए थे; इनमंे हत्यारी महिला भी षामिल थी, मगर किसी के भी षव की पहचान नहीं हो सकी, राजीव गांधी के दो पैरो के दस अंगुली वाले जूते से षव की पहचान हुई, जब अंतिम संस्कार के लिए षव एकत्र किए गए तो एक षव में दस लोगों के मांस के अंष षामिल किए गए थे, इसमें एक राजीव गांाधी भी थे राहुल गांधी ने राजीव गांधी के साथ दस लोगों का अंतिम संस्कार किया था राजीव के साथ महिला भी जली, अंतिम विदाई मंें जो सम्मान राजीव गांधी को मिला वही सम्मान अदृष्य रूप में मारे गए हत्यारी महिला समेत दस लोगों को भी  मिला, हत्यारी महिला और राजीव गांधी के पूर्व जन्म के रिष्ते क्या थे इस राज को अगर सोनिया, राहुल और प्रियंका चाहे तो भविष्यवक्ता पंडित ब्रह्मर्षि सागर तिवारी प्रमाण सहित समझ सकते थे; इसके अलावा राजीव गांधी का जन्म कहां हुआ, कव कहां किस ष्षहर में हुआ ं इसका भी प्रामण सहित दे सकते हैं। राहुल गांधी अपने पिता राजीव गांधी की भांति 36-37 साल की उम्र में राजनीति में आए, जैसे ही सोनिया और राहुल गांधी सत्ता के करीब पहुंचे तो म अक्षर ने फिर अपना प्रभाव दिखाना षुरू दिया और महंगाई, मंदी ने विकराल रूप धारण कर लिया  

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"आज़ादी के दौर में पत्रकारिता परवान चढी थी."उद्दंड मार्तंड" और "सरस्वती" के दौर में एक विज्ञापन निकलता है --"आवश्यकता है सम्पादक की, वेतन /भत्ता - दो समय की रोटी -दाल, अंग्रेजों की जेल और मुकदमें" लाहौर का एक युवक आवेदन करता है और प्रख्यात पत्रकार गणेश शंकर विद्यार्थी उसको सम्पादक नियुक्त करते हैं. सरदार भगत सिंह इस प्रकार अपने पत्रकारीय जीवन की शुरुआत करते हैं. तब पत्रकारिता प्रवृत्ति थी अब आज़ादी के बाद 'वृत्ति' यानी आजीविका का साधन हो गयी. पहले पत्रकारिता मिशन थी अब कमीनो का कमीसन हो गयी. भगत सिंह ने जब असेम्बली बम काण्ड किया तो अंग्रेजों को उनके विरुद्ध कोई भारतीय गवाह नहीं मिल रहा था. तब दिल्ली के कनाटप्लेस पर फलों के जूस की धकेल लगाने वाले सरदार सोभा सिंह ने अंग्रेजों के पक्ष में भगत सिंह के विरुद्ध झूटी गवाही देकर भगत सिंह को फांसी दिलवाई और इस गद्दारी के बदले सरदार शोभा सिंह को अंग्रेजों ने पुरुष्कृत करके " सर" की टाइटिल दी और कनाट प्लेस के बहुत बड़े भाग का पत्ता भी उसके हक़ में कर दिया. मशहूर पत्रकार खुशवंत सिंह इसी सरदार शोभा सिंह के पुत्र हैं. अब पत्रकारों को तय ही करना होगा कई वह पुरुष्कृतों के प्रवक्ता हैं या तिरष्कृतों के. यानी पत्रकारों की दो बिरादरी साफ़ हैं एक -- गणेश शंकर विद्यार्थी /भगत सिंह के विचार वंशज और दूसरे सरदार शोभा सिंह के विचार बीज. 2G की कुख्याति में हमने बरखा दत्त, वीर सिंघवी, प्रभु चावला और इनके तमाम विचार वंशज पत्रकारों को "दलाल" के आरोप से हलाल किया फिर भी पत्रकारिता के तमाम गुप चुप पाण्डेय अभी बचे हैं. विशेषकर इलेक्ट्रोनिक मीडिया की मंडी की फ्राडिया राडिया रंडीयाँ और दलाल अभी भी सच से हलाल होना शेष हैं. "पेड न्यूज" और "मीडिया मेनेजमेंट" जैसे शब्द संबोधन वर्तमान मीडिया का चरित्र साफ़ कर देते हैं कि मीडिया का सच अब बिकाऊ है टिकाऊ नहीं. क्या है कोई संस्था जो पत्रकारों पर आय की ज्ञात श्रोतों से अधिक धन होने की विवेचना करे ? पहले सच मीडिया बताती थी और न्याय न्याय पालिका करती थी. मीडिया और न्याय पालिका ही दो हाथ थे जो रोते हुए जन -गन -मन के आंसू पोंछते थे. अब ये दोनों हाथ जनता के चीर हरण में लगे हैं. पत्रकारों से प्रश्न है --"सच" में तो सामर्थ्य है पर क्या वर्तमान में मीडिया सच की सारथी है या इतनी स्वार्थी है कि सच की अर्थी निकाल रही है." ---- राजीव चतुर्वेदी
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03/04/2013 = 'म 'के फेर में फंसे मुलायम     'म' प्रभावी सरकारों के कार्यका में ऐसी   भयानक घटनाएँ होगी कि मानवता कांप उठेगी । परा प्रक्रति की सूची में मनमोहन, मुलायम , मायावती, ममता ,महिला सोनियां गाँधी और दिल्ली की मुख्यमंत्री शीला दिक्षित का नाम सबसे ऊपर है । मनमोह सिंह ने देश को महंगाई की धधकती आग में झोका, इसके गम्भीर परिणाम समर्थन देने वाले दलों और  सोनिया गांधी को भी  भुगतनें पड़ेंगें | मुलायम अखिलेश  सरकार के कार्यकाल में अपराध चरण सीमा परहै| पीएम पद को लेकर कांग्रेस के भीतर मचे घमासान के बीच सपा सुप्रीमो मुलायम सिंह यादव के बयान और उनके साथ जुबानी जंग में शामिल रहे बेनी प्रसाद वर्मा की मुलाकातों से सियासी पारा गरम हो गया है। मुलायम ने एक बार फिर केंद्र की कांग्रेस  सरकार पर हमला बोला है। मुलायम ने आशंका जताई है कि केंद्र सरकार उन्हें जेल में भिजवा सकती है। मुलायम का कहना है कि सरकार के हजारों हाथ हैं और किसी भी हाथ से उन्हें जेल में डाला जा सकता है।  'क्‍या कांग्रेस से लड़ना मामूली बात है केंद्र सरकार सीबीआई के जरिये उन्‍हें जेल में डलवा सकती है।     
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  यूपीए-2 सरकार की चौथी बरसी पर देश की जनता का मूड भांपने के लिए किए गए तीन सर्वे के परिणाम इस सप्ताह आएं और सब में तीन बातें कॉमन हैं। अगले आम चुनाव में , नरेंद्र मोदी  पीएम के उम्मीदवार होते हैं तो जबर्दस्त फायदा होगा और सर्वे  जहां सर्वे टी वी चेनलो को कुछ दिन तक काम मे लगाये रखते है वही पोलिटिकल पार्टीयो की उथल पुथल भी शुरु हो जाती है! इन सर्वो से वास्तव मे जनता मे जागृति आनि चाहिये! विशेष कर पढ़े लिखे लोगो मे! उन्हे इस बात पर गंभीर होकर सोचना होगा कि रीजनल पार्टी और देश मे से किसे महत्व देना उचित होगा! यदि रीजनल पार्टी को जिताकर देश मे स्थायी सरकार नही बन सकती तो इस से बड़ा देश की नुकसान और किया हो सकता है! इन सर्वो से सबक लेकर पढ़े लिखे वोटरो को तो कम से कम इस विष्य पर सोचना होगा!नरेन्द्र मोदी की न सिर्फ तीन बार लगातार जीत, इसके अतिरिक्त विकास के मुद्दे की सफलता का सबूत सामने है, ऐसे में बाज़ी लगाने के लिए पार्टी के पास और कोई बेहतर विकल्प नहीं। इसके अलावा भारत के जिन क्षेत्रों में कमल आजतक नहीं खिला, जैसे पश्चिम बंगाल, तमिलनाडु, केरल, पूर्वोत्तर राज्य, वहाँ मोदी नामक खाद का एक परीक्षण तो किया ही जा सकता है तीस च़ालीस सीट्स तो सी बी आई की भी आयेंगी इस बार चुनाव में, जिसकी सरकार बनेगी उनको बिना मांगे समर्थन भी तो मिलेगा, ...


ssaदुष्टों के विनाश  के लिए अब  ईश्वर अवतार नहीं लेगें

रावण ,कंश ,दुर्योधन जैसे अत्याचारियों का अंत ब्रह्मर्षि

सागर तिवारी द्वारा ब्रह्मांड बिज्ञान में प्रक्षेपित ''म ''अक्षर 3,10

और13 के प्रहार से होगा| खाड़ी उद्द के बिज21वींशताब्दी तक खाड़ी

में ही रहेंगें| युद्द का केंद्र ''म'' प्रभावी महाशक्ति देश ,मुस्लिम राष्ट्र

स्थान, नगर ,मुद्दे और तानाशाह एवं भ्रष्ट मंत्री ,मुख्यमंत्री ,प्रधानमन्त्री महामहिम  राष्ट्रपतिऔर मुस्लिम आतंकी होंगें 


सटे वाज़ि मे शीरीफ़ खेलाड़िओ के ही हाथ नही होगा उस मे बी सी आई के भी मिली भगत हो स्कता है एक वार जांच होजाय तो दूध के दूध और पानी के पानी हो जायगा /अरबो खरबो का फ़िक्शिंग है ए कोई बच्चो का खल तो नही है देश के सब से बड़ा मैच फिक्शिंग है इस मे तो कई और बड़े नाम और जांच मे निकलेगा और इस मे राज्य नेताओ को भी होने का संभावना है अभी तो चीटी को गीरफ्तार किया है अभी हथीओ को गिरफ्तारी बाक़ी है /
कुछ समय पहले तक, हमारे यहॉँ जिसका थोड़ा बहुत नाम हो जाये या करोड़पति हो जाये या पोलिटिकल संपर्क हो जाये, वे लोग देश को अपनी जागीर समझने लगते थे. यह लोग अपने आपको आम आदमी से बहुत उपर मानते है. अब समय बदल चुका है. कोई भी अपनी बदनामी नही चाहता है, इसीलिये गलत किये हो तो भुगतना पड़ेगा
अनाप शनाप दौलत और उसके साथ ही मीली शोहरत यकीनन इन्शान को उसकी असली औकात से गुमराह करदेती है....और जब बदकिस्मती से काली कमाई का भंडा फोड़ सारे आम हो जाता है तो शिवाय पशेमानी के कुछ भी हाशिल नही होता,,,,,बुरी तरह बदनाम होने पर हम राह भी कन्नी काट लेते है....,,,,, दौलत की सप्लाई रुकने पर शराब और शबाब की सप्लाई पर भी गहरा असर पड़ने लगता है, और इन्शान फिर असली औकात को समझने पे बेबस हो जाता है..
श्रीशांत ही क्या सभी बिके हुये हैं. क्रिकेटर इतने बेशर्म हैं की इनकी वेशाइयों की तरह बोली लगाई जाती है. आइ पी अल तो सट्टा बाज़ार है. इसने नेता. अभिनेता, खिलाडी और इससे जुड़ा हर पहलू बिका हुआ है. अगर कुछ खिलाड़ीयो ने अलग से पैसा बना लिया और एयैयशी कर ली तो कौन सा पहाड़ टूट पड़ा. अगर यह लोग अपने मालिको को पैसा खिला देते तो इनका भी कुछ नही होना था. सबसे बड़ी बात इसमे यह पता लगाना चाहीये की इनको पकड़ा किस के इशारे पर गया है?


 भारत को किस अंन्य देश से इतना खतरा नहीं है जितना की इस देश के कुकर्मी मीडिया से है/ यह लोग ढोंगी साधुओ की तरह से देश की भोलिइ-भाली जनता को अपने कुकर्मो के जरिये बलात्कार का समान बनाये दे रहे है/ देश के 80% बलात्कार का कारण ही मीडिया है/
 दरअसल चाहे कोई भी देश क्यों न हो पोलिटियन आम जनता का शोषण कर खुद ऐश कारते है' एक तरफ आम आदमी अपने रोजमर्रा की चीजे पाने के लिये पूरे दिन पसीना बहाता है वही एक पॉलिटीशियन रोज अपने पालतू कुत्ते पर कई हजार बर्बाद करता है. यही करण है की हर देश की जनता पॉलिटीशियन से नफरत करती है

 सारी दुनिया मे लोग अपने पॉलिटिशियन्स को पसंद नही करते चाहे वो कैसे भी हो और डेमॉक्रेसी मे लोग बोल भी देते है लेकिन चीन और नॉर्थ कोरिया के लोग अपने पॉलिटिशियन्स को बहुत पसंद करते है और भगवान का दर्जा देते है क्योकि उन्हे  पता है की भगवान का दर्जा ना देने पर उन्हे असली भगवान के पास पहुचा दिया जायेगा...ए डर ही उनसे पॉलिटिशियन्स की इज़्ज़त करवाता है वर्ना नॉर्थ कोरिया मे जैसे अत्याचार होते है वहा के तानाशाह को तो सच मे गोली मार देनी चाहिये.
 मोहनदास गांधी के नाम से करीब 985475 स्मारक, अस्पताल, सड़क, योजनायें है! नेहरु के नाम से करीब 746185 योजनायें स्मारक है! इंद्रा गांधी के नाम से करीब 652864 सड़कें, इमारत, योजनायें है! राजीव गांधी के नाम से करीब 695824 योजनायें, भवन, अस्पताल, स्कूल है! लेकिन इस देश में भगत सिंह,राजगुरु, उधम सिंह, राज गुरु, आसफ्क़ उल्लाह खन , वियर सावरकर, लक्ष्मी बई ..जैसे बाकी के 7 लाख क्रांतिकारी जिन्होंने इस देश के लिए अपने प्राणों की आहुति दी उनके नाम????? क्या भारत सिर्फ नेहरु-गाँधी खानदान की जायेदाद है ?? जैसे अंग्रेजों से लड़ कर 1947 में देश एक झूठी आज़ादी मिली थी, वैसे ही हम को असली आज़ादी के लिये 2014 में इस गोरी चमड़ी वाली और काले-भूरे अंग्रेजों को भारत से निकाल कर सारे देश से इन खानदान के नाम पर सड़कों, हस्पतालों, इमारतों, स्कूल, कालेज, हवाई-अड्डे इत्यादि का नाम बदल कर देश के सच्चे देशभक्तों के नाम पर रख कर उनको सच्ची श्रधांजली देनी पड़े गी
 अनाप शनाप दौलत और उसके साथ ही मीली शोहरत यकीनन इन्शान को उसकी असली औकात से गुमराह करदेती है....और जब बदकिस्मती से काली कमाई का भंडा फोड़ सारे आम हो जाता है तो शिवाय पशेमानी के कुछ भी हाशिल नही होता,,,,,बुरी तरह बदनाम होने पर हम राह भी कन्नी काट लेते है....,,,,, दौलत की सप्लाई रुकने पर शराब और शबाब की सप्लाई पर भी गहरा असर पड़ने लगता है, और इन्शान फिर असली औकात को समझने पे बेबस हो जाता है...
देश की माटी पूछ रही ,कब उठोगे नौजवान ... मात्र्र भूमि पूछ रही , कब उठोगे नौजवान .... देश की हालत देख कर भी , तू अगर जो सो रहा .... धिक्कार देंगी तुझको तेरी ही नसल ए,,,नौजवान .... हाथ मेरा गर जो थामो , मैं तुम्हे लेकर चलूँ .... देखना फिर बढता ही जायेगा ,तेरा नित कारवां .... है जरुरत देश को , तेरे जैसे शूरों की .... बाँध ले सर पर कफ़न ,और चलदे तू ए नौजवान ......देश की माटी पूछ रही .......,



यह हिन्दुस्तान की बुजदिल सरकार को चेतावनी है की देखो हमने तुम्हारे सैनिको के सिर् काटे, तुम कुछ नही कर पाये हमने सरबजीत की निर्मम हत्या की तुम कुछ भी नही कर पाये, इसे चेतावनी के तोर पर लेना चाहिये एक हमारे श्रीमान बैसाखी घोटाला वाले पाक पी एम को जयपुर मे जाकर बिरयानी खिलाकर आव भगत करते है, धिक्कार है ऐसे लोग जो साँप को दूध पीला रहे है, उनके पास कुछ ना होते हुवे भी वो हमे गिदर भभकी देता है और हमारे पास सब कुछ होते हुवे भी हम उसे कोई कड़ा जवाब नही दे रहे है क्यों? क्या यह सब ऐसे ही चलता रहेगा, हमारे सैनिक, हतियार, गोला बारूद, किस काम आयेगा, मारो हरामियों को इनके घरमे घुस कर,
जो लोग इस घटना को सही ठहरा रहे है,किया वो उन भारतीय 514 कैदी के बारे मे भी सोचा है,जो आज पाकिस्तान की जेलो मे बंद है-इस घटना के बाद उनपे किया बीट रही होगी,किया अब अपनी बारी का इंतेज़ार नही कर रहे होंगे के अगला नंबर उनका होगा-?एक एक दिन मर मर कर जी रहे होंगे,,अगर ऐसा ही सिलसिला चलता रहा तो एक भी कैदी अपने घर को वापस् नही लौटेगा,,पाकिस्तान ने गलत किया,आज पूरी दुइया उसपे तुक रही है,इसका यह मतलब नही के हम भी पाकिस्तान की तरह इन्सियनियत को शर्शर करे,जो हुवा गलत हुवा,जो हो रहा है वो भी गलत है,ऐसी चीज़े भारत को सोभा नही देती,ऐसी बात आयी के भारत पाकिस्तान से डरता है,लेकिन भारत का पाना एक इमेज है,जो खराब नही होना चाहिये,पाकिस्तान को छोडो,वो लोग तो इंसान ही नही,हैवान बन चुके है,जिसकी सज़ा हर रोज़ उन्हे मिल रही है,,
कहीं तुम्हें परबत लड़वा दे, कहीं लड़ा दे पानी भाषा के नारों में गुप्त है, मन की मीठी बानी आग लगा दो इन नारों में इज़्ज़त आ गई बाज़ारों में कब जागेंगे सोये सूरज! कब होगा उजियारा जीना हो तो मरना सीखो, गूँज उठे यह नारा - कर गयी पैदा तुझे उस कोख का एहसान है , सैनिकों के रक्त से आबाद हिन्दुस्तान है ! तिलक किया मस्तक चूमा बोली ये ले कफन तुम्हारा  , मैं मां हूं पर बाद में, पहले बेटा वतन तुम्हारा धन्य है मैया तुम्हारी भेंट में बलिदान में , झुक गया है देश उसके दूध के सम्मान में दे दिया है लाल जिसने पुत्र मोह छोड़कर , चाहता हूं आंसुओं से पांव वो पखार दूं ए शहीद की मां आ तेरी मैं आरती उतार लूंकेरल से करगिल घाटी तक सारा देश हमारा
पाकिस्तान की राजधानी इस्लामाबाद से १०० k.m. दूर चकवाल जनपद स्थित एक छोटा सा गाँव "गाह बेगल " जहां मनमोहन सिंह का जन्म हुआ था और अपनी शुरूआती शिक्षा भी यंही प्राप्त की ,को पाकिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति मुशरफ ने मनमोहन सिंह के कहने पर एक "आदर्श गाँव " घोषित कर दिया था --फलस्वरूप मनमोहन सिंह ने भारत के "एनर्जी रिसोर्सेस इंस्टिट्यूट ऑफ इंडिया (TERI) के इंजीनियरों को अपने गाँव भेज कर पूरे गाँव मे सोलर पैनल लगवाए ,गाँव के हर घर मे सोलर गीज़र ,सोलर लैम्प्स और इसके साथ गाँव मे बायो गैस प्लांट भी भारत के पैसे से लगवाया ----इसके साथ ही गाँव की मस्जिद मे भी सोलर पैनल ,गीज़र आदि लगवाई ---इस गांव की आबादी करीब २००० की है ---अब कोई है जो इस "दोगले" आदमी से पूछे की तुमने एक दुश्मन देश के लिए इतना कुछ किया --बदले मे उसने तुम्हे क्या दिया ---हमारे देश के निर्दोष नागरिकों का खून पाकिस्तान ने बहाया है तो इस काम मे ये आदमी भी उतना ही जिम्मेदार है जितना पकिस्तान ----इसको इस काम की सजा मिलनी ही चाहिए
इश सरकार की यही रीति है अभी कुछ दिन पहले पाकिस्तान के रास्ट्रपति अजमेर सरीफ आये थे इमाम ने उनका बहिस्‍कार किया पर सोनिया ने खुरसिद को आगवानी करने के लिया भेजा और तो और साही भोज भी दिया गया जब की उसी समय हमारे जवान का सर काट के पाकिस्तान ले गये थे और अब जब चीन युध पे आमादा है तब फिर इश खुरसिद को चीन भेजा जा रहा है रोने के लिये और हात जोड़ने के लिये और अब सरबजीत की हत्या मय कॉंग्रेस को वोट देने वोलों से बोलतां हूँ की जब ए देश फिर से ग़ुलाम हो जायेगा और इनके घोटालों से बर्बाद हो जायेगा तब आप लोग जागोगे क्या 52 और 55 साल का कॉंग्रेस राज देश को बर्बाद करने मे कोई क्सर बाकी छोड़ा है.जो अभी भी कॉंग्रेस को वोट कर देतें है लोग.
एनडीटीवी पर कांग्रेस के सत्यव्रत चतुर्वेदी ने बीजेपी के तरुण विजय से अकड़कर पुछा "तुम्हारी सरकार में पाकिस्तान से भारतीय कैदियों को छुड़ाने के लिये क्या किया था?" तरुण विजय ने कहा "मुझे पता था कि ये सवाल पुछा जायेगा इसलिए मैं पेपर लाया हूँ. बीजेपी सरकार ने अपने शासन काल में २३ बार पाकिस्तान से अपने लोगो कोछुड़ाने के लिये बात की और १७२ लोगो को छुड़ाया" सत्यव्रत चतुर्वेदी की बोलती बंद हो गयी.
देश की माटी पूछ रही ,कब उठोगे नौजवान ... मात्र् भूमि पूछ रही , कब उठोगे नौजवान .... देश की हालत देख कर भी , तू अगर जो सो रहा .... धिक्कार देंगी तुझको तेरी ही नसल ए,,,नौजवान .... हाथ मेरा गर जो थामो , मैं तुम्हे लेकर चलूँ .... देखना फिर बढता ही जायेगा ,तेरा नित कारवां .... है जरुरत देश को , तेरे जैसे शूरों की  बाँध ले सर पर कफ़न ,और चलदे तू ए नौजवान .देश की माटी पूछ रही





दिल्ली-एनसीआर समेत पूरा उत्तर भारत एक बार फिर भूकंप के झटकों से हिल उठा। इन झटकों से कई जगहों पर दहशत फैल गई और लोग अपने घरों से बाहर निकल कर खुले स्थानों पर आ गए। जम्मू-कश्मीर और हिमाचल प्रदेश से इमारतों में नुकसान की खबरें आ रही हैं, लेकिन किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है। रिक्टर पैमाने पर 5.8 तीव्रता वाले इस भूकंप का केंद्र कश्मीर के भद्रवाह में जमीन से 10 किलोमीटर नीचे था।
 भूकंप का केन्द्र तो "10 जनपथ और 7 रेस कोर्स रोड" के बीच में स्थित है जो समय समय पर चोरी, लूटमारी, भ्रष्टाचार के झटके देता रहता है. गनीमत है कि अभी तक हमारा देश कुछ हद तक सलामत है पर अगर जनता नहीं संभली तो ऐसा भूकंप) आएगा कि सब कुछ तबाह हो जाएगा. 




 मई  माह के प्रारंभ  होते ही मनमोहन  और  सोनिया गाँधी  पर' म 'अक्षर ३, १० , और १ ३  का  कहर टूटा मुशर्रफ की   सारी  राजनीतिक खुशियाँ  ध्वस्त हो गई जिन्दगी भर  चुनाव नहीं लड़ सकेगें
भूकंम  से  हिल उठा  विश्व  परा प्रकर्ति  ने  महा  भ्रष्ट  मंत्री को  सचेत  किया  की  आपनी  चाल  चरित्र और  चिंतन  में  परिवर्तन  न  किया  तो  ब्रह्मांड  में  प्रछेपित  म  अक्षर  ३,१ ०  और १ ३  के  प्रहार  से   मार्च , मई ,अक्टूबर  और  दिसम्बर  माह  में  एसी  विनाश  करी  घटनाये  होगी  की  विश्व  काप उठेगा  मार्च २ ० १ १  भूकंम  और  सुनामी  से  जापान  मलवे  में तब्दील  होगया  २ मई २ ० १ १   दुर्दांत  आतंकी  ओसामा  बिन  लादेन  को  उतरा  मौत  के  घाट  मई १ ९ ९ १  राजीव  गाँधी  की  हत्या
सोनिया  गाँधी  ने  भोग १ ३  वर्स  राजनेतिक  वनवास  १ ३  मई  २ ० ० ४  और मई  २ ० ० ९  सोनिया  और 



 मनमोहन ने थामी  दो  बार  देश  की  कमान  इन  दोनों हस्तियों  जो  देश  को  लुटा  है  इसके  घम्भीर  परिणाम

बीजेपी के पास अच्छे और अनुभवी नेता है लेकिन चुनाव जितने वाला रणनीतिकार नही है अगर बीजेपी उचित रणनीति से चुनाव लड़ी तो कॉंग्रेस को आरम से हरा सकती है क्यूंकि देश की जनता कॉंग्रेस के भ्रष्टाचार, कुशाषन, महंगाई और बिरोजगारी से उब चुकी है जनता बिल्कुल निराश हो रखी है और केवल एक ही नेता में आशा की किरण दिखती है -- केवल मोदी... मोदी और मोदी.. लेकिन जिस हिसाब से बीजेपी का रवेया लग रहा है वह जनता की भावना को अभी भी नही समझ रहै है और सभी नेता अपने अपने तरफ से बयान बाजी कर रहे है जो बीजेपी के लिये काफी नुकसानदायक है..कर्नाटक हार से सबक सीख कर बीजेपी को एक जुट होकर आगे चुनाव के लिये तैयार रहना चाहिये..उत्तर और मध्य भारत में कॉंग्रेस को चुनाव में भारी नुकसान हो सकता है बशर्ते बीजेपी एकजुट होकर जनता की भावनाओ का ध्यान रखकर चुनाव की रणनीति बनाये.. और मोदी को लोकसभा के लिये आगे करे



अडवाणीहो रहे है ब्लैकमेल

 क्या आप लोग जानते है की अडवाणी की एक सेक्स CD उनकी पहली बहु गौरी अडवाणी के साथ बहुत सालो पहले बनी थी। आज वो सेक्स CD आज सोनिया गाँधी के पास है और उस CD के कारन अडवाणी जी ब्लैकमेल हो रहे है। आज सोनिया गाँधी ने अडवाणी जी को केवल एक ही काम पर लगा कर रखा है और वो है बीजेपी को अन्दर से बरबाद करना। अडवाणी के खिलाफ गौरी अडवाणी ने कोर्ट में केस भी किया था, लेकिन अडवाणी और सोनिया जी के शक्ति के कारन गौरी अडवाणी को अपनी जान बचा कर UK भागना पड़ा। अडवाणी सोनिया गाँधी से किस प्रकार से ब्लैकमेल हो रहे है वो इस बात से ही पता चलता है की 2009 के चुनावो में बीजेपी के 70 सीट कांग्रेस को EVM (वोटिंग मशीन) में गड़बड़ी करके मिले। डॉ स्वामी ने इस मामले पर सरवोच्च न्यायलय में केस भी किया और वो सरवोच्च नयायालय ने डॉ सुब्रमनियन स्वामी की वोटिंग मशीन में गड़बड़ी की बात भी मानी और डॉ स्वामी यह केस जीत भी गए। लेकिन अडवाणी जिनहे सबसे ज्यादा नुक्सान हुआ उन्होंने न्यायलय में केस करना तो दूर कभी इस बात को उठाया भी नहीं।

 महाराणा प्रताप जयंती - ९ मई, १५४०- १९ जनवरी, १५९७ धन्य हुआ रे राजस्थान,जो जन्म लिया यहां प्रताप ने। धन्य हुआ रे सारा मेवाड़, जहां कदम रखे थे प्रताप ने॥ फीका पड़ा था तेज़ सुरज का, जब माथा उन्चा तु करता था। फीकी हुई बिजली की चमक, जब-जब आंख खोली प्रताप ने॥ जब-जब तेरी तलवार उठी, तो दुश्मन टोली डोल गयी। फीकी पड़ी दहाड़ शेर की, जब-जब तुने हुंकार भरी॥ था साथी तेरा घोड़ा चेतक, जिस पर तु सवारी करता था। थी तुझमे कोई खास बात, कि अकबर तुझसे डरता था॥ हर मां कि ये ख्वाहिश है, कि एक प्रताप वो भी पैदा करे। देख के उसकी शक्ती को, हर दुशमन उससे डरा करे॥ करता हुं नमन मै प्रताप को,जो वीरता का प्रतीक है। तु लोह-पुरुष तु मातॄ-भक्त,तु अखण्डता का प्रतीक है॥ हे प्रताप मुझे तु शक्ती दे,दुश्मन को मै भी हराऊंगा। मै हु तेरा एक अनुयायी,दुश्मन को मार भगाऊंगा॥ है धर्म हर हिन्दुस्तानी का,कि तेरे जैसा बनने का। चलना है अब तो उसी मार्ग,जो मार्ग दिखाया प्रताप ने॥


 जब नरेंद्र मोदी अपने धार्मिक स्वत्रंता के हक का इस्तेमाल करते हुए एक दोगले मुल्ले से टोपी पहनना अस्वीकार कर देते है तब मीडिया कई सालो तक अपनी छाती कुटती है | आज जब दो मुस्लिम सांसद भरे संसद में राष्ट्रगीत वंदेमातरम् को छोडकर चले गये और बहार आकर ये कहा की चूँकि वो मुस्लिम है इसलिए उन्हें किसी भी वस्तु का नमन करना भले ही वो मातृभूमि ही क्यों न हो गैरइस्लामिक है ... तब किसी मीडिया ने अपनी छाती क्यों नही कुटी ?? नरेंद्र मोदी के टोपी न पहनने पर मीडिया में सबसे ज्यादा शाजिया इल्मी उछल रही थी .. लेकिन आज राष्ट्रगीत के अपमान पर केजरीवाल की चहेती शाजिया खामोश क्यों है


 कांग्रेस जीती नही है बल्कि बीजेपी आपसी कलह से हारी है .. कर्नाटक में बीजेपी के तीन भाग हो गये थे .. एक मूल बीजेपी, यदुरप्पा और तीसरा श्रीरामलू का दल .. बीजेपी को २३% वोट मिले यदुरप्पा को ९% वोट मिले और श्रीरामलू को ४% वोट मिले .. सोचिये मित्रो, अगर ये सारे वोट एक जगह पड़े होते तो आज कर्नाटक का रिजल्ट एकदम उल्टा होता | पिछली बार की विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने बीजेपी से २% ज्यादा वोट पाई थी लेकिन फिर भी बीजेपी को स्पष्ट बहुमत मिला था .. और तो और .. "बेगानी शादी में अब्दुला दीवाना" की तरह सोनिया गाँधी के दत्तक पुत्र खुजलीवाल के चेले भी कर्नाटक के रिजल्ट पर ख़ुशी मना रहे है .. खुद मनीष सिशौदिया और कुमार विशवास ने बीजेपी की हार पर ख़ुशी व्यक्त की है ... और ये कह रहे है की चूँकि मोदीभक्तो ने सोशल मीडिया पर खूब प्रचार किया इसलिए बीजेपी हारी ... इन मूर्खो को कौन समझाये की कर्नाटक की जनता या तो कन्नड़ समझती है या फिर इंग्लिश ९९%

 निर्भीक और ईमानदार अधिकारी रविकांत को सुप्रीमकोर्ट ने कोलगेट जाँच का प्रमुख फिर से बनाया ... ये पहले जाँच कर रहे थे और जब इन्होने केंद्र सरकार की कटपुतली बनने से इंकार कर दिया था तब इनका तबादला आईबी में कर दिया गया था | रविकांत का नाम सुनते ही मनमोहन सिंह का पैजामा ढीला पड़ने लगा है ... कल से ही सारे कांग्रेसी सहमे हुए है .. क्योकि रविकांत के बारे में कहा जाता है की ये पिटते कम है लेकिन घसीटते ज्यादा है .. अगर बीजेपी की सरकार किसी अधिकारी से जाँच वापस लेकर दुसरे को दे दे तो सारे मीडिया के खजेले कुत्ते एसी कमरों में बैठकर कुत्तो की तरह एक सुर में भौकने लगते है .. लेकिन जब केंद्र की कांग्रेस सरकार ने कोलगेट जाँच से रविकांत को हटाया था तब भारत की एक भी टीवी चैनेल ने इस खबर को नही दिखाया ... इसे कहते है स्वामिभक्ति ...भारत की मीडिया ने तो स्वामिभक्ति में कुत्तो को भी पीछे छोड़ दिया

 आज बहुत दिनों के बाद गुजरात विधानसभा चुनाव में बुरी तरह से हारे हुए पूर्व नेताप्रतिपक्ष शक्तिसिंह गोहिल एक टीवी चैनेल पर आये ... वैसे जब मौसम अनुकूल होता है तब अपने अपने बिलों में से सांप, छछुंदर, क्राक्रोच, तिलचट्टे, चूहे आदि बाहर निकल आते है | ये महाशय राहुल जी ने वो किया .. राहुल जी ने ऐसा किया ... राहुल जी तो भगवान है .. राहुल जी के पास वो सामान नही है जो इंसानों के पास होता है इसलिए राहुल जी तो भगवान है . आदि आदि शब्दों में राहुल जी की चाटुकारिता करनी शुरू कर दी .. फिर हद तो तब हो गयी जब इन्होने अतिचाटुकारिता और चमचई के वशीभूत होकर ये कहा कि राहुल जी में सत्ता का मोह है ही नही .. राहुल जी सत्ता के लिए कुछ नही करते वरना उनको प्रधानमंत्री या मंत्री बनने से कौन रोक सकता है ? मित्रो, सोचिये ... अगर किसी को पाला हुआ और हुक्म मानने वाला गुलाम प्रधानमंत्री और मंत्री तथा मुख्यमंत्री मिल जाये तो कोई खुद कोई पद क्यों लेगा ?? आज राहुल गाँधी को वो सब प्रोटोकॉल मिला हुआ है .


इस सरकार ने देश लूटने के अलावा ओर कुछ किया ही नहीं है. जब जब इनकी चोरी पकड़ी गयी डकैतों से उसकी जांच कराई नतीज़ा शून्य. देश के हालात इतने भयावह हो चुके हैं कि कुछ सूझता ही नहीं है. एक तरफ लूट मची है तो दूसरी तरफ चीन हमारे भू भाग पर कब्जा कर रहा है ओर सरकार इस देश को बचाने के लिये हाथ पर हाथ धरे बैठी है. कुछ बोलती ही नहीं है शाँप शुंघ गया है या इसे लकवा मार गया है. देश का कोई धनी ढोरी नजर ही नहीं आ रहा. सरकार देश के प्रति गूंगी बाहरी निकम्मी निक्र्स्ट गैरजिम्मेदार हो चुकी है. ना पक्ष तो ना सत्ता पक्ष एसा दिखाई दे रहा कि इनमें से कोई तो एसी पार्टी है जिसे देश की चिंता है. इतने बेफिक्र वही लोग हो सकते हैं जो देश पर संकट आने पर इटली भाग जाने के लिये तैयार बैठे हैं. इस देश का भगवान ही मालिक है. कॉंग्रेस की इतनी चोरियां डक़ैतियाँ उजागर हो रही हैं फिर भी कर्नाटक की जनता ने उसे बहुमत दे दिया. आजकी कॉंग्रेस पार्टी को 15 से 20 बरस के लिये खत्म कर देना चाहिये, ओर छेत्रिये दलों का भी यही हस्र हो 

 एक कट्टरपंथी पेज इन्डियन मुस्लिम ने लिखा है की भारत के मुसलमान वंदेमातरम् का गान नही करेंगे क्योकि इसमें मातृभूमि का शुक्रिया अदा किया गया है और मुसलमान सिर्फ अल्लाह का ही शुक्रिया अदा करते है |  आज़ादी के बाद जब केंद्र सरकार ने राष्ट्रगीत और राष्ट्रगान चुनने के लिए एक समिति बनाई तो उसमे चार मुसलमान भी थे .. मौलाना अबुल कलाम आज़ाद, रफी अहमद किदवई, जाकिर हुसैन, ए एस रहमान .. इनमे से किसी ने भी ये नही कहा की वंदेमातरम् को मुसलमान नही गायेंगे .. जबकि मौलाना आज़ाद तो जाने माने इस्लामिक विद्वान थे | असल में कांग्रेस की शह पर पिछले १० सालो से इस देश में ये हवा चलाई गयी है की वंदेमातरम् इस्लाम विरोधी है .. मैंने इस बारे में अपने कुछ इस्लाम के जानकर लोगो से बात की तो उन्होंने कहा की कुरान में साफ लिखा है की हर मोमिन को अपनी धरती के प्रति आभार व्यक्त करना चाहिए क्योकि धरती ने ही उसे खाना दिया है .. कुरान के हिसाब से वंदेमातरम् का गान कहीं से भी गलत नही है | ........2....


अभी तुम्हारा राहुल क्या नेट-प्रेक्टिस कर रहा है ? जो इंसान अपनी पार्टी के नेताओ को कण्ट्रोल नही कर पा रहा वो देश को क्या खाक कण्ट्रोल कर पायेगा
देश मे हर रोज नये -2 घोटाले सामने आ रहे है, लेकिन कोई भी पार्टी संसद मे या जन्‍तर मन्‍तर पर सी बी आए को सरकार से अलग करने की मांग या अनशन नही करती है, देश को भरषटाचार से मुक्त करना है तो सी बी आई को एक अल्ग संस्था घोसित करना चाहिये जो सीधा न्यायालय को रिपोर्ट करे

बंसल जी बहुत हो चुका आप देश को किस तरह से बैच रहे हो यह अब देश का हर नागरिक जान चुका है आप अपने परिवार वालो को किस तरह कमिशन दिलवा रहे हो सब दिख रहा है आप इस देश की भोली भाली जनता को केसे चूना लगा रहे हो सब जानते है और जनता को बोलते हो कि भारतीये रेल घाटे मे जा रही है ? ये घाटा कमिशन के रूप मे अपनी तिजोरिया भरने के लिये आप किस तरह् से गिरे हुए है आप को तो इसकी सजा भले यह जनता और कानून एहाँ का ना पर भगवान आपको कभी छमा नही करेगा तुम्हे नरक मे भी जगहे नही मिलेगी

लो जी आ गया .मामा भांजा रेलवे काण्ड.......'कॉंग्रेस्स हटाओ देश बचाओ' कॉंग्रेस्स के खूनी पंजे से खुद बचो ओर देश को बचाओ,'कॉंग्रेस्स ने सी बी आइ को रण्डी बना दिया,किसी भी घोटाले मे किसी को जेल नही हुई,सब घोटाले लटके है,देश की जनता का कॉंग्रेस्स ओर सी बी आइ डन से विश्‍वाश उठ चुका है विकाश की कोई बात नही करता, हर स्टेट मे बेरोजगारी,भारस्ताचार आतंकवाद,किसान मर रहे है,बीजलिपानी है नही, सब गुड गोबर हो गया ओर अब काली करतूते.,महाराटर .घोटाला( सोसाइटी,कॉमनवेल्थ,टॅट्रा घोटाला,अजितपवार घोटाला ,करशी घोटाला) महिपाल मादेरना ,एन डी तिवारी की रंडिबाजी,(सुप्रीमकोर्ट तक गुमराह किया), हृियाणा का गोपाल कानदा का काण्ड, राजस्थान आंब्युलेन्स घोटा,मायावती का मनरेगा घोटाला,मुल्ला मुलायम घोटाला, कोयले मे पी एम से लेकर पूरे यू पी ए का मूह काला घोटाला ?2जी घोटाला . थोरियम घोटाला ,ओर अब 12 हेलिकॉप्टर्स की डील घोटाला करीब 3,850 करोड़,भिखारियो का 1000 करोड़ का घोटाला,सब लुटेरे,डील् एफ दामाद(वाड्रा) घोटाला...